Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2024 · 1 min read

प्रणय गीत

अपनी कलम से उकेर कर
कागज पर दिल उतार देना,
मधुर प्रेम की स्याही से अपने
भर कर रंग अनूठे
जज़्बातों को संवार‌ देना.
विरह के गीतों को
अपनी देह की संदली खुशबु से
एक नया आयाम रचना
अधरों पर रख अधर अपने
मूर्छित मेरे मन को नवजीवन देना
रंग जाना मेरे प्रणय रंग में
एक कथा नूतन लिख देना!!

हिमांशु Kulshrestha

Language: Hindi
1 Like · 93 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"आँख और नींद"
Dr. Kishan tandon kranti
'अहसास' आज कहते हैं
'अहसास' आज कहते हैं
Meera Thakur
🙅सनद रहै🙅
🙅सनद रहै🙅
*प्रणय प्रभात*
"कोशिशो के भी सपने होते हैं"
Ekta chitrangini
*।। गिरती मानवता ।।*
*।। गिरती मानवता ।।*
Priyank Upadhyay
4758.*पूर्णिका*
4758.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रभु वंदना
प्रभु वंदना
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मेरे वतन सूरज न निकला
मेरे वतन सूरज न निकला
Kavita Chouhan
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
Lokesh Sharma
यह जो मेरी हालत है एक दिन सुधर जाएंगे
यह जो मेरी हालत है एक दिन सुधर जाएंगे
Ranjeet kumar patre
चाँद पूछेगा तो  जवाब  क्या  देंगे ।
चाँद पूछेगा तो जवाब क्या देंगे ।
sushil sarna
$ग़ज़ल
$ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मणिपुर और सियासत
मणिपुर और सियासत
Khajan Singh Nain
चार रँग की होली
चार रँग की होली
gurudeenverma198
The hardest lesson I’ve had to learn as an adult is the rele
The hardest lesson I’ve had to learn as an adult is the rele
पूर्वार्थ देव
10. *असम्भव नहीं कुछ*
10. *असम्भव नहीं कुछ*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
VEDANTA PATEL
"संवाद "
DrLakshman Jha Parimal
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
यदि कोई आपको हमेशा डांटता है,तो इसका स्पष्ट रूप से अर्थ यही
यदि कोई आपको हमेशा डांटता है,तो इसका स्पष्ट रूप से अर्थ यही
Rj Anand Prajapati
टूटी – फूटी सड़क रातों रात बन जाती है
टूटी – फूटी सड़क रातों रात बन जाती है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
ग़ज़ल गीत तन्हा......., ही गाने लगेंगे।
ग़ज़ल गीत तन्हा......., ही गाने लगेंगे।
पंकज परिंदा
परीक्षा शब्द सुनते ही बच्चों में परीक्षा के प्रति डर पैदा हो जाता है आखिर क्यों ?
परीक्षा शब्द सुनते ही बच्चों में परीक्षा के प्रति डर पैदा हो जाता है आखिर क्यों ?
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दोहा छंद
दोहा छंद
Vedkanti bhaskar
एकांत में रहता हूँ बेशक
एकांत में रहता हूँ बेशक
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सितामढी़
सितामढी़
श्रीहर्ष आचार्य
बचपन के दिन
बचपन के दिन
Surinder blackpen
जीवन का इतना
जीवन का इतना
Dr fauzia Naseem shad
शिक्षक दिवस पर कुछ विधाता छंद पर मुक्तक
शिक्षक दिवस पर कुछ विधाता छंद पर मुक्तक
Dr Archana Gupta
Loading...