क्या बात बताऊँ उनकी,

क्या बात बताऊँ उनकी,
हर आहट पैगाम नया लाती है।
सूरत उनकी भोली भाली,
आंखों के रस्ते दिल में उतरती जाती है।
घूर कर देखना और मुस्काना,
चोरो की तरह करीब आना।
माथे पर चूमना और इठलाना,
नजर मिलाकर बाहों में समा जाना।
श्याम सांवरा…..