यादें उनकी दौड़ कर,आ जाती हैं पास
तनहाई में हो गया,जब भी कभी उदास।
यादें उनकी दौड़ कर,आ जाती हैं पास।।
कभी तुम्हारी याद जब,…करती मुझे उदास ।
उगें जहन की साख पर, नये और अहसास।।
रमेश शर्मा.
तनहाई में हो गया,जब भी कभी उदास।
यादें उनकी दौड़ कर,आ जाती हैं पास।।
कभी तुम्हारी याद जब,…करती मुझे उदास ।
उगें जहन की साख पर, नये और अहसास।।
रमेश शर्मा.