तुम नहीं हो मेरी,

तुम नहीं हो मेरी,
फ़िर भी….
सिर्फ तुम्हारा होना भर प्यार है…
तुमसे दूर रह कर …
तुम्हारे करीब रहना भी प्यार है…..
लाखो चेहरे देखने के बाद भी…
तुम्हारे चेहरे को न भूल पाना भी प्यार है…
उम्मीदें टूट जाने पर भी…
महज़ तुमसे ही उम्मीद रखना प्यार है……
हिमांशु Kulshrestha