*अपना पावन कुंभ है, प्यारा हिंदुस्तान (कुंडलिया)*

अपना पावन कुंभ है, प्यारा हिंदुस्तान (कुंडलिया)
अपना पावन कुंभ है, प्यारा हिंदुस्तान
वर्ष सहस्त्रों की कथा, गाथा का अभिमान
गाथा का अभिमान, दिव्य रस सुधा बहाता
नदियों का यह देश, अनूठा कुंभ प्रदाता
कहते रवि कविराय, भंग हो कभी न सपना
असफल हों सब शत्रु, कुंभ हो पूरा अपना
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997 615 451