Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2024 · 1 min read

हिंदी दोहे – सभा (दोहाकार- राजीव नामदेव राना लिधौरी)

*हिंदी -दोहे 219- सभा

#राना होवे जब सभा,चले ज्ञान की ‌बात।
सीखो समझो चार गुण,मानो सब सौगात ।।

जहाँ सभा में आपके,स्वीकृत हों प्रस्ताव।
अभिवादन #राना करो,हों विनम्र शुभ‌ भाव।।

सभा देखते आजकल,मच जाता संग्राम।
हैं प्रयोग कटु शब्द के,#राना नहीं विराम।।

सभा वही शालीन है,सुने परस्पर बात।
आदर सँग सत्कार की,#राना हो सौगात।।

निर्णय करती जब सभा,बहुमत के प्रस्ताव।
तब सबको स्वीकार हों,#राना सुंदर भाव।।
***दिनांक -10-12-2024
✍️ -राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” हिंदी पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

1 Like · 234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all

You may also like these posts

अहमियत उसको, हम नहीं देते।
अहमियत उसको, हम नहीं देते।
Dr fauzia Naseem shad
न जाने कितनी बार ।
न जाने कितनी बार ।
Shubham Anand Manmeet
सारे गीत समर्पित तुझको।
सारे गीत समर्पित तुझको।
Kumar Kalhans
निःशब्दता हीं, जीवन का सार होता है......
निःशब्दता हीं, जीवन का सार होता है......
Manisha Manjari
मासूम कोयला
मासूम कोयला
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
International Chess Day
International Chess Day
Tushar Jagawat
बेटी के जन्म लेने के बाद
बेटी के जन्म लेने के बाद
Swara Kumari arya
*जिसको गुरु सच्चा मिला वही, जीवन अमूल्य कहलाता है (राधेश्याम
*जिसको गुरु सच्चा मिला वही, जीवन अमूल्य कहलाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
*ख़ुद पर यक़ीन*
*ख़ुद पर यक़ीन*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"किसान का दर्द"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
4101.💐 *पूर्णिका* 💐
4101.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरे चेहरे का नूर सांवरे,
तेरे चेहरे का नूर सांवरे,
श्याम सांवरा
अकेलापन
अकेलापन
Neerja Sharma
भय
भय
Sidhant Sharma
सुबह आंख लग गई
सुबह आंख लग गई
Ashwani Kumar Jaiswal
दुनियादारी....
दुनियादारी....
Abhijeet
ईद की दिली मुबारक बाद
ईद की दिली मुबारक बाद
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बटोहिया..चलल अप्पन गाम..
बटोहिया..चलल अप्पन गाम..
मनोज कर्ण
🙅जानते हैं जले-भुने भी🙅
🙅जानते हैं जले-भुने भी🙅
*प्रणय प्रभात*
*कल की तस्वीर है*
*कल की तस्वीर है*
Mahetaru madhukar
साइस और संस्कृति
साइस और संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
अपने माथे पर थोड़ा सा सिकन रखना दोस्तों,
अपने माथे पर थोड़ा सा सिकन रखना दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन
मन
अवध किशोर 'अवधू'
फर्श पे गिर के  बिखर पड़े हैं,
फर्श पे गिर के बिखर पड़े हैं,
हिमांशु Kulshrestha
"मीलों चलकर"
Dr. Kishan tandon kranti
धराधाम चालीसा
धराधाम चालीसा
The World News
प्रेम न माने जीत को,
प्रेम न माने जीत को,
sushil sarna
प्यारा सा गांव
प्यारा सा गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दो पंक्तियां
दो पंक्तियां
Vivek saswat Shukla
बेटिया विदा हो जाती है खेल कूदकर उसी आंगन में और बहू आते ही
बेटिया विदा हो जाती है खेल कूदकर उसी आंगन में और बहू आते ही
Ranjeet kumar patre
Loading...