श्रंगार
सुन्दरीयो मे रहकर सुन्दरीयो को फैल कर रहे है आप ।
सुन्दरीयो को भी श्रंगार के लिए मजबूर कर रहे है आप ।।
कैसे करे ललकार आपके यौवन की तारीफ अब ।
ना चाहते हुए भी मुझे लिखने को मजबूर कर रहे है आप ।।
सुन्दरीयो मे रहकर सुन्दरीयो को फैल कर रहे है आप ।
सुन्दरीयो को भी श्रंगार के लिए मजबूर कर रहे है आप ।।
कैसे करे ललकार आपके यौवन की तारीफ अब ।
ना चाहते हुए भी मुझे लिखने को मजबूर कर रहे है आप ।।