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Dr MusafiR BaithA
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31 Jan 2024 · 1 min read
यक्षिणी-17
कूची कलाकार की
बेतरह केवल कुच पर फिरी
कला सिरफिरी
हरक़त हद की गिरी।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
कविता
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Musafir Baitha
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