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17 Jul 2024 · 1 min read

संघर्ष की आग से ही मेरी उत्पत्ति…

संघर्ष की आग से ही मेरी उत्पत्ति…
दमन की ऑंधी ना कुछ बिगाड़ेगी,
है मुझमें झेलने की बहुत ही शक्ति…
लाठी की चोट मनोबल नहीं गिराएगी।

…. अजित कर्ण ✍️

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