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28 May 2024 · 1 min read

शाम

शाम
आज की गर्मी से राहत दिलाती ढलती हुई शाम
बच्चो को घर बाहर खिलाने ले जाती हुई ये शाम
चकोर को भी तो इंतजार है चांद का जो आएगा
दिन के जाते ही हया में डूब के मुस्कुराती हुई शाम

बच्चे दौड़ेंगे गलियों में लेकर बेट और बॉल
यदि गांव में देखे तो किसान लौटेंगे संग हल
पशु पंक्षी खुश होकर चहकेंगे दाना देना डाल
समीर वहेगा कुछ शीतल होगा तरुवर का हाल

Language: Hindi
1 Like · 73 Views
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