Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2024 · 1 min read

Being too friendly can sometimes invite disrespect, because

Being too friendly can sometimes invite disrespect, because people may mistake kindness for weakness. But remember, being kind doesn’t mean you have to let others take advantage of your warmth. Set boundaries, protect your peace, and know that true respect comes from knowing when to say no.

You can be kind without compromising your self-worth. It’s not about shutting people out, but about teaching them how to treat you with the respect you deserve.

125 Views

You may also like these posts

2704.*पूर्णिका*
2704.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सब कुछ दिखावा लगता है
सब कुछ दिखावा लगता है
नूरफातिमा खातून नूरी
न मंजिल है कोई न कोई डगर
न मंजिल है कोई न कोई डगर
VINOD CHAUHAN
संबंध क्या
संबंध क्या
Shweta Soni
'धुँआ- धुँआ है जिंदगी'
'धुँआ- धुँआ है जिंदगी'
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
Akash Yadav
कोशिश करना छोरो मत,
कोशिश करना छोरो मत,
Ranjeet kumar patre
सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं।
सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
लेते नही डकार
लेते नही डकार
RAMESH SHARMA
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
अदाकारी
अदाकारी
Suryakant Dwivedi
हकीकत मोहब्बत की
हकीकत मोहब्बत की
हिमांशु Kulshrestha
कदम बढ़ाकर मुड़ना भी आसान कहां था।
कदम बढ़ाकर मुड़ना भी आसान कहां था।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
विषय-मेरा गाँव।
विषय-मेरा गाँव।
Priya princess panwar
"मैने प्यार किया"
Shakuntla Agarwal
गुलाम
गुलाम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
नेता हुए श्रीराम
नेता हुए श्रीराम
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Neha
**नववर्ष मंगलमयी हो**
**नववर्ष मंगलमयी हो**
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
चार पैसे भी नही....
चार पैसे भी नही....
Vijay kumar Pandey
आईने में देखकर खुद पर इतराते हैं लोग...
आईने में देखकर खुद पर इतराते हैं लोग...
Nitesh Kumar Srivastava
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
राजकुमारी
राजकुमारी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ना
ना
*प्रणय*
करता हूँ, अरदास हे मालिक !
करता हूँ, अरदास हे मालिक !
Buddha Prakash
स्त्री मन
स्त्री मन
Vibha Jain
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
आर.एस. 'प्रीतम'
*अंतस द्वंद*
*अंतस द्वंद*
Shashank Mishra
स्पर्श
स्पर्श
Kavita Chouhan
Loading...