Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2024 · 1 min read

” प्रार्थना “

• हे उमापति, सुन लो विनती,हृदय से बुलाया करते हैं

इंसान न रहना चाहे जहां
दिन रात सताया करते हैं
पल-पल टूटते अरमान जहां
उस बस्ती में हम रहते हैं
• हे उमापति, सुन लो विनती,हृदयसे बुलाया करते हैं

हैं बली बने लाचार जहां
चुप-चाप बिताया करते हैं
मासूम से लगते चेहरे भी
तूफान मचाया करते हैं
• हे उमापति,सुन लो विनती हृदय से बुलाया करते हैं

तिनका-तिनका उजड़ा है जहां
वहां न्याय की बातें करते हैं
अंधेरे हैं, पहरेदार जहां
प्रकाश न आया करते हैं
• हे उमापति,सुन लो विनती हृदय से बुलाया करते हैं

नहीं चैन से सोते हैं लोग जहां
भाविष्य डराया करते हैं
अपनों की सतातीं हैं, यादें सदा
आंखों को रूलाया करते हैं
• हे उमापति,सुन लो विनती,हृदय से बुलाया करते हैं

“चुन्नू”बंदी सभी मिलकर के जहां
अरदास लगाया करते हैं
मेरी नाव फंसी मझ़धार ‘प्रभु’
बस पार लगाया करते हैं
• हे उमापति,सुन लो विनती,हृदय से बुलाया करते हैं

•••• कलमकार ••••
चुन्नू लाल गुप्ता – मऊ (उ.प्र.)

Language: Hindi
237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Chunnu Lal Gupta
View all

You may also like these posts

धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
Chunnu Lal Gupta
आओ थोड़ा जी लेते हैं
आओ थोड़ा जी लेते हैं
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
#राष्ट्रीय_उपभोक्ता_दिवस
#राष्ट्रीय_उपभोक्ता_दिवस
*प्रणय प्रभात*
मैं समय की रेत हूॅ॑
मैं समय की रेत हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
Manoj Mahato
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
अश्विनी (विप्र)
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
- आंसुओ की कीमत -
- आंसुओ की कीमत -
bharat gehlot
अंगूठी
अंगूठी
seema sharma
शीतलता के भीतर कितने ज्वाल लिए फिरते हैं।
शीतलता के भीतर कितने ज्वाल लिए फिरते हैं।
Kumar Kalhans
कविता
कविता
Dr.Priya Soni Khare
"क्लियोपेट्रा"
Dr. Kishan tandon kranti
पतोहन के साथे करें ली खेल
पतोहन के साथे करें ली खेल
नूरफातिमा खातून नूरी
नहिं अनुराग किनको छैन्हि एतय,
नहिं अनुराग किनको छैन्हि एतय,
DrLakshman Jha Parimal
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
कौन है ऐसा चेहरा यहाँ पर
कौन है ऐसा चेहरा यहाँ पर
gurudeenverma198
मैं बग़ैर आंसुओं के भी रोता रहा।।
मैं बग़ैर आंसुओं के भी रोता रहा।।
Vivek saswat Shukla
हमारे हौसले तब परास्त नहीं होते जब हम औरों की चुनौतियों से ह
हमारे हौसले तब परास्त नहीं होते जब हम औरों की चुनौतियों से ह
Sunil Maheshwari
महाकुंभ का प्रतिवाद क्यों..?
महाकुंभ का प्रतिवाद क्यों..?
मनोज कर्ण
The Legend Of Puri Jagannath
The Legend Of Puri Jagannath
Otteri Selvakumar
स्वास्थ्य ही जीवन का मूल आधार
स्वास्थ्य ही जीवन का मूल आधार
Neha
जहां आस्था है वहां प्रेम है भक्ति है,
जहां आस्था है वहां प्रेम है भक्ति है,
Ravikesh Jha
सुखी कौन...
सुखी कौन...
R D Jangra
दहेज दानव
दहेज दानव
अवध किशोर 'अवधू'
" अहम से वहम तक ,, ( The mental troma ) Part 1😞😞
Ladduu1023 ladduuuuu
उनसे रहना चाहिए, हमें सदा आगाह
उनसे रहना चाहिए, हमें सदा आगाह
RAMESH SHARMA
मेरे लिए
मेरे लिए
Shweta Soni
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
Rj Anand Prajapati
ज़माने में हर कोई अब अपनी सहूलियत से चलता है।
ज़माने में हर कोई अब अपनी सहूलियत से चलता है।
शिव प्रताप लोधी
Loading...