महाकुंभ

महाकुंभ
चलो अब चलें हम महाकुंभ आया
ये संयोग किस्मत से हमने है पाया।।
जो बारह बरस में आ इक कुंभ जाता
मिला कुंभ बारह महाकुंभ आता
मिला मोक्ष उसको जो संगम नहाया
चलो अब चलें हम महाकुंभ आया।।
यहाँ संत देखो मिलेंगे विलक्षण
है जिनमें समाया ये अपना सनातन
लगे रूप अद्भुत प्रकृति में समाया
चलो अब चलें हम महाकुंभ आया।।
त्रिवेणी की पावन यहाँ बहती धारा
लगे स्वर्ग प्रभु ने धरा पर उतारा
जिसे देख कर पुण्य सबने कमाया
चलो अब चलें हम महाकुंभ आया।।
हमें आप सबसे है इतना ही कहना
बहुत भीड़ है थोड़ा बचकर के रहना
करो शुद्ध मन को करो शुद्ध काया
चलो अब चलें हम महाकुंभ आया।।
डॉ अर्चना गुप्ता