Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
27 Dec 2023 · 1 min read

वो मिलकर मौहब्बत में रंग ला रहें हैं ।

वो मिलकर मौहब्बत में रंग ला रहें हैं ।
निगाहों से कितने सितम ढाह रहें हैं।
वो ख्वाबों में आकर यूं करते हैं बातें
ना जाने मुझे कितना तड़पा रहें हैं ।।

Phool gufran

Loading...