बुन्देली दोहा – ऊदम

#बुन्देली #दोहा बिषय- #उदम (शैतानी)
#राना ऊदम सब करें,जब भी बचपन होय।
कभउँ कूट के आत है,कभउँ कुटत है सोय।।
#राना ऊदम जो करे,चरपटया सब कात।
कान तानतइ है पिता,गलती सबइ बतात।।
#राना ऊदम श्याम ने,करो ग्वाल के संग।
छेड़ी बृज की गोपियाँ,करत रयै है तंग।।
#राना ऊदम देख कै,मात जसौदा कात।
लल्ला तोरो खेल जौ,मौखों नईं पुसात।।
ऊदम मच रवँ देश में,#राना काँतक काँय।
नेता जिनखौं कात है,कटुता खौं फैलाँय।।
*** दिनांक -27-1-2025
✍️ #राजीव_नामदेव”#राना_लिधौरी”
संपादक “#आकांक्षा” पत्रिका
संपादक-‘#अनुश्रुति’त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
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