Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2024 · 1 min read

मेरा भी जिक्र कर दो न

कुछ लम्हे भ्रम में जी लूं याद रहें,
जिंदगी में कुछ रंग यूं भर दो न ।
कुछ लफ्ज मेरे नाम लिखकर ही,
शब्दों की सरगम को संवरने दो न
अपनी तमाम मशहूर नज्मों में ,
कभी जिक्र मेरा भी कर दो न।

तू सूरज आसमां का जानती हूं,
जमीं हूं मैं किरणे बिखरने दो न ।
महसूस करूं तेरी एक धड़कन को,
एहसास रूह में मेरी उतरने दो न।
अपनी……………..।

कटेगी अपनी तो बस इंतजार में ही,
तुझे भी तलब है मेरी समझने दो न।
जिक्र तेरा रहे ताउम्र ख्यालों में सही,
एहसास ए इश्क से मुझे गुजरने दो न।
अपनी…………………….।

खुशी इतनी ही काफी होगी मेरे लिए ,
तेरी नज्मों में मुझे एक हर्फ बनने दो न।
पढ़ लोगे कभी एक बार मुझे पलटकर,
किसी पन्ने पर मेरा जिक्र संवरने दो न
अपनी………………….।

स्वरचित एवं मौलिक
कंचन वर्मा
शाहजहांपुर
उत्तर प्रदेश

192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

The Whispers Of Forgotten Libraries
The Whispers Of Forgotten Libraries
Veenasree Pradeepkumar
मैं सोचता हूँ कि आखिर कौन हूँ मैं
मैं सोचता हूँ कि आखिर कौन हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
Be the first one ...
Be the first one ...
Jhalak Yadav
मंझधार
मंझधार
Roopali Sharma
जब-जब
जब-जब
Khajan Singh Nain
दोस्त और दोस्ती
दोस्त और दोस्ती
Anamika Tiwari 'annpurna '
मैंने गाँधी को नहीं मारा ?
मैंने गाँधी को नहीं मारा ?
Abasaheb Sarjerao Mhaske
✍️ नशे में फंसी है ये दुनियां ✍️
✍️ नशे में फंसी है ये दुनियां ✍️
राधेश्याम "रागी"
मुंडेरों पर नैन की,
मुंडेरों पर नैन की,
sushil sarna
इन दरकती रेत की दीवारों से,
इन दरकती रेत की दीवारों से,
श्याम सांवरा
हरियाणा में बोर्ड परीक्षा में नकल पर 'नायाब’ सख्ती
हरियाणा में बोर्ड परीक्षा में नकल पर 'नायाब’ सख्ती
सुशील कुमार 'नवीन'
उम्मीद की डोर
उम्मीद की डोर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
फलसफा जिंदगी का
फलसफा जिंदगी का
Sunil Maheshwari
लेखन
लेखन
Sanjay ' शून्य'
😊आज का सवाल😊
😊आज का सवाल😊
*प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मन की कोई थाह नहीं
मन की कोई थाह नहीं
श्रीकृष्ण शुक्ल
मैं नारी हूँ
मैं नारी हूँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
बात हद  से बढ़ानी नहीं चाहिए
बात हद से बढ़ानी नहीं चाहिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
“बचपन में जब पढ़ा करते थे ,
“बचपन में जब पढ़ा करते थे ,
Neeraj kumar Soni
अपने  होने  का  क्या  पता   दोगे ।
अपने होने का क्या पता दोगे ।
Dr fauzia Naseem shad
पंक्ति
पंक्ति
Writer Ch Bilal
3729.💐 *पूर्णिका* 💐
3729.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अस्त हुआ रवि वीत राग का /
अस्त हुआ रवि वीत राग का /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
किस्से मोहब्बत के
किस्से मोहब्बत के
हिमांशु Kulshrestha
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
उदासियां बेवजह लिपटी रहती है मेरी तन्हाइयों से,
उदासियां बेवजह लिपटी रहती है मेरी तन्हाइयों से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"कदम्ब की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
इश्क ने क्या कर डाला
इश्क ने क्या कर डाला
पूर्वार्थ
ग़ज़ल _ रोज़ तन्हा सफ़र ही करती है ,
ग़ज़ल _ रोज़ तन्हा सफ़र ही करती है ,
Neelofar Khan
Loading...