Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2025 · 1 min read

सफर

जिंदगी एक सफर हैं, जो हमें तय करना हैं,
इसें किस मोड पे ले जाना है, ये तो नसीब के हाथ में हैं|
सफर ये लंबा हैं, कुछ कड़वा कुछ मीठा हे,
अच्छी बुरी यादे हैं, और कुछ मौज-मस्ती हैं|
जिंदगी से तंग आ गये इसलिए सफर आधा छोडना नहीं…..
भगवान ने सबको रिटर्न तिकीट दिया हैं,
उससे पहले ही बिनातिकीट लौटना नहीं|
सफर मैं इस मोड़ आऐंगे हजार,
चलते चलते हो जाएँगे आप बेहाल,
रिश्ते -नातें सखे-संबंधी बहोत हैं सहचार,
खुशियाँ दो और खुशिंयाँ लो बस यही है,
सफर का सुविचार…….

36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from krupa Kadam
View all

You may also like these posts

क्या कहें
क्या कहें
विजय कुमार नामदेव
चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है
चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है
अंसार एटवी
सत्य से परिचय
सत्य से परिचय
Shweta Soni
जिंदगी तुझसे हार गया
जिंदगी तुझसे हार गया
Anant Yadav
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
घाव
घाव
Iamalpu9492
भले लोगों के साथ ही बुरा क्यों (लघुकथा)
भले लोगों के साथ ही बुरा क्यों (लघुकथा)
Indu Singh
13, हिन्दी- दिवस
13, हिन्दी- दिवस
Dr .Shweta sood 'Madhu'
माँ
माँ
Amrita Shukla
याद तुम्हारी
याद तुम्हारी
Jai Prakash Srivastav
चमकती चाॅंदनी
चमकती चाॅंदनी
विक्रम सिंह
" आत्मविश्वास बनाम अति आत्मविश्वास "
Rati Raj
🙅हस्तिनापुर🙅
🙅हस्तिनापुर🙅
*प्रणय प्रभात*
शासकों की नज़र में विद्रोही
शासकों की नज़र में विद्रोही
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
नारी
नारी
Rambali Mishra
तुम लौट तो आये,
तुम लौट तो आये,
लक्ष्मी सिंह
एक फूल को सवांरने में,
एक फूल को सवांरने में,
श्याम सांवरा
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Madhu Shah
लोकतंत्र त्यौहार मतदान
लोकतंत्र त्यौहार मतदान
Seema gupta,Alwar
4710.*पूर्णिका*
4710.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"करामात" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
माया फील गुड की [ व्यंग्य ]
माया फील गुड की [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
VOICE OF INTERNAL SOUL
VOICE OF INTERNAL SOUL
SURYA PRAKASH SHARMA
"दीया और तूफान"
Dr. Kishan tandon kranti
अपना यह गणतन्त्र दिवस, ऐसे हम मनायें
अपना यह गणतन्त्र दिवस, ऐसे हम मनायें
gurudeenverma198
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
Manisha Manjari
"मुश्किलें मेरे घर मेहमानी पर आती हैं ll
पूर्वार्थ
शुभ धाम हूॅं।
शुभ धाम हूॅं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
किसी से भी, कैसी भी
किसी से भी, कैसी भी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...