आया है गणतंत्र दिवस, पैगाम यह लेकर

(शेर)- आया है सुअवसर आज, गणतंत्र दिवस मनाने का।
गणतंत्र दिवस का महत्त्व आज, सबको यहाँ बताने का।।
सबको दे अधिकार हम यहाँ,सम्मान से जीवन जीने का।
दिन है आज संविधान और देश की रक्षा की शपथ दिलाने का।।
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आया है गणतंत्र दिवस, पैगाम यह लेकर।
सबकी खुशी- उन्नति के, अधिकार यह लेकर।।
सब रहे इस वतन में, सम्मान और अधिकार से।
सबकी हंसी- सम्मान का, अधिकार यह लेकर।।
आया है गणतंत्र दिवस—————————।।
अंग्रेजों से पंद्रह अगस्त को, देश यह आज़ाद हुआ।
देश में अपना हो विधान, संविधान का निर्माण हुआ।।
क्योंकि छब्बीस जनवरी को, यह संविधान लागू हुआ।
छब्बीस जनवरी को संविधान, आया यह गणतंत्र लेकर।।
आया है गणतंत्र दिवस—————————।।
देश में सबको है अब, स्वतंत्रता से जीने का हक।
सम्मान पाने का हक, और शिक्षा पाने का हक।।
न्याय का अधिकार और अभिव्यक्ति का हक मिला।
नारी की प्रगति और रक्षा के, अधिकार यह लेकर।।
आया है गणतंत्र दिवस————————–।।
अपना है अब फर्ज यही, चैनो- अमन वतन में हो।
साम्प्रदायिक सद्भाव हो, भाईचारा सभी धर्मों में हो।।
आबाद रहे यहाँ हर मजहब, कौमी एकता जिन्दा रहे।
वतनपरस्ती, संविधान की रक्षा का, सन्देश यह लेकर।।
आया है गणतंत्र दिवस—————————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)