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30 May 2024 · 1 min read

एक आंसू

एक आंसू

बहते बहते थक गया एक आंसू
आके गाल पे टिक गया एक आंसू …

कहने लगा दुख की कोई मंजिल नहीं
राहों में ठिठक गया एक आंसू …

काश कोई खुशी मुझे जन्म देती
सोच कर ये चमक गया एक आंसू …

पल्कों ने बहुत रोकना चाहा पर
दुख उफना छलक गया एक आंसू …

– क्षमा ऊर्मिला

Language: Hindi
73 Views
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