नव वर्ष अभिलाषा
नव प्रीत मिले, नव रूप खिले ।
नव वर्ष के आने पर भवरे,
फुलो से प्रेम का राग करे ।
नव आशा हो, नव स्वप्न जगे
नव सुख के सागर में जीवन
स्वप्न सभी साकार करे ।
नव वृक्ष लगे, नव पुष्प खिले
नव वर्ष के आने पर पक्षी
कल कल स्वर का आगाज करे ।
नव दिप जले, हर इक द्वारे
नव वर्ष की ज्योति में जीवन
हर राह अपनी उजियार करे ।
नव भाव जगे, हर घाव भरे
नव वर्ष के अवसर पर मानव
मानवता का संचार करे ।
लोकेश कोचले
01/01/2020