दोहा __
दोहा __
काँच की या पत्थर की थी ,सबने तोड़ा नील ।
कुछ हाथों में सँग दिखे , कुछ में छेनी कील ।।
✍️नील रूहानी…
दोहा __
काँच की या पत्थर की थी ,सबने तोड़ा नील ।
कुछ हाथों में सँग दिखे , कुछ में छेनी कील ।।
✍️नील रूहानी…