रिश्ते

रिश्ते
सब झूठे रिश्ते नाते हैं, सब दिल रखने की बातें हैं, कब कौन किसका होता है, सब असली रूप छुपाते हैं, एहसास से खाली लोग यहां, शब्दों के तीर चलाते हैं, खुद विश्वास तोड़कर, रिश्ता तोड़ने का इल्जाम, दूसरों पर लगाते हैं..!!♥
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सब झूठे रिश्ते नाते हैं, सब दिल रखने की बातें हैं, कब कौन किसका होता है, सब असली रूप छुपाते हैं, एहसास से खाली लोग यहां, शब्दों के तीर चलाते हैं, खुद विश्वास तोड़कर, रिश्ता तोड़ने का इल्जाम, दूसरों पर लगाते हैं..!!♥