ग्रेविटी (gravity)

ओ!
भौतिकता की ओर
भागने वालों!
पृथ्वी!
के गुरुत्व बल को
मापने वालों!
क्या!
तुमने कभी किसी
उन अपनों की
आँखों में झाँका है!
उनकी!
आँखों में बसने वाले
सपनों की
गहराईयों को नापा है!
कभी!
उन अपनों की आँखों
में झांँको
कभी!
तो उनके सपनों को
भी मापो
तब!
तुम महसूस कर पाओगे
वह भाव, वह प्रभाव
कि!
अपनों का सम्बल
उनका गुरुत्व बल
कितना होता है!
–कुँवर सर्वेंद्र विक्रम सिंह✍🏻
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