*आया फिर निज शान से, तीरथराज प्रयाग (कुंडलिया)*

आया फिर निज शान से, तीरथराज प्रयाग (कुंडलिया)
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आया फिर निज शान से, तीरथराज प्रयाग
नाम इलाहाबाद से, बोला अब तू भाग
बोला अब तू भाग, हजारों वर्ष पुराना
संस्कृति की पहचान, सदा जाना-पहचाना
कहते रवि कविराय, करोड़ों जन को भाया
जग-भर में विख्यात, कुंभ का मेला आया
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451