इश्क़ मुस्कुराता है

इश्क़ मुस्कुराता है
प्रेम सब कुछ कह जाता है
ज़िंदगी में जब रिश्ता
अटूट बन जाता है
आँचल लहराकर
प्रिये के हाथों में हो जाता है
मुश्किलें आसान सी
जीवन संवर जाता है
खामोशियाँ दूर खड़ी
तुमको निहारा करती है
ख्वाहिशें चुप चाप
तुमसे बातें करती है
मुहब्बत कुछ इस कदर
हमसे बातें करती है…
मेरी कलम से…
आनन्द कुमार