Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
5 Apr 2024 · 1 min read

कोई काम हो तो बताना

पढ़े भी हैं
हम लिखे भी हैं
कम्प्यूटर वगैरह
सीखे भी हैं
लेकिन शर्म की
बात यहां
हमारे लिए
कोई काम नहीं है…
(१)
जीने की कोशिश
में मरते भी हैं
छोटा-मोटा
कुछ करते भी हैं
लेकिन शर्म की
बात यहां
हमारे लिए
कोई दाम नहीं है…
(२)
कमाए कोई
और खाए कोई
सारी दौलत
ले जाए कोई
लेकिन शर्म की
बात यहां
हमारे लिए
कोई नाम नहीं है…
(३)
बचपन से सहते
आए अत्याचार
कहीं मिले गाली
कहीं मिले मार
लेकिन शर्म की
बात यहां
हमारे लिए
कोई मान नहीं है…
(४)
सारी उम्मीदें
हुईं खंडहर
सुबह से चले थे
आई दोपहर
लेकिन शर्म की
बात यहां
हमारे लिए
कोई शाम नहीं है…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#नौकरी #रोजगार #बेरोजगारी
#महंगाई #नौजवान #भ्रष्टाचार
#राजनीति #सियासत #विपक्ष
#इंडिया_में_का_बा #भंडाफोड़
#जेएनयू #युवक #JNU #job

Loading...