शादी करके बेटी को विदा कर देना ही माता पिता का फर्ज नहीं होत
शादी करके बेटी को विदा कर देना ही माता पिता का फर्ज नहीं होता, माता पिता का फर्ज ये भी होता हैं कि बेटी को, रिश्ते को निभाने और मुश्किल हालातों में भी रिश्ते को संभालने की सीख देनी चाहिए ना की उसके दिमाग में शक और गलतफहमियों का बीज बोकर उस रिश्ते को तोड़ने की सलाह देनी चाहिए, बेवजह किसी बेकसूर की जिंदगी को नर्क में डाल देना हैवानियत है कभी कभी हमारा एक गलत नजरिया एक खूबसूरत रिश्ते को, किसी की जिंदगी को और एक हँसते खेलते परिवार को हमेशा के लिए बर्बाद कर देता हैं..!