यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई,
समय की प्यारे बात निराली ।
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
भावना लोगों की कई छोटी बातों में बिगड़ जाती है,
वेदना की संवेदना
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
The Ghost Particle: Unlocking the Secrets of the Universe
आजादी का शुभ दिन आज आया हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मुकरीः हिन्दी साहित्य की रोचक काव्य विधा
एक नज़्म _ माँ मुझमे बसी मेरी ,दिल माँ की दुआ है ,,
ख़ूबसूरती और सादगी के बीच का यह अंतर गहराई और दृष्टि में छिप
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
ग़ज़ल (रखो हौंसला फ़िर न डर है यहाँ)