Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Dec 2024 · 1 min read

” बेहतरी के लिए “

” बेहतरी के लिए ”
आज दुनिया के बेहतर होने के सपनों का बचा रहना जरूरी है, क्योंकि इसमें दुनिया का भविष्य बचा रहेगा। जिस संसार में बच्चों के साथ अच्छा सलूक होगा, उस संसार का वर्तमान भी अच्छा होगा और भविष्य भी, साथ ही साथ कालान्तर में अतीत भी।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति

2 Likes · 3 Comments · 102 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर।
आंगन आंगन पीर है, आंखन आंखन नीर।
Suryakant Dwivedi
मलाल
मलाल
अनिल "आदर्श"
वर्ण
वर्ण
संजय निराला
नेता विपक्ष
नेता विपक्ष
विजय कुमार अग्रवाल
"तुम्हें कितना मैं चाहूँ , यह कैसे मैं बताऊँ ,
Neeraj kumar Soni
टुकड़ों में लो कट गया,
टुकड़ों में लो कट गया,
sushil sarna
रोशनी
रोशनी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
चाहता बहुत कुछ
चाहता बहुत कुछ
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कहानी एक कविता की।
कहानी एक कविता की।
Amber Srivastava
महानायक दशानन रावण/ mahanayak dashanan rawan 01 by karan Bansiboreliya
महानायक दशानन रावण/ mahanayak dashanan rawan 01 by karan Bansiboreliya
Karan Bansiboreliya
कभी अपने ही सपने ख़रीद लेना सौदागर बनके,
कभी अपने ही सपने ख़रीद लेना सौदागर बनके,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रेम कई रास्तों से आ सकता था ,
प्रेम कई रास्तों से आ सकता था ,
पूर्वार्थ
,,,,,,
,,,,,,
शेखर सिंह
भाग्य - कर्म
भाग्य - कर्म
Buddha Prakash
*(गीता जयंती महोत्सव)* *श्रीमद्भगवद्गीता,गौमाता और भारतीय जनमानस की समस्याएं*
*(गीता जयंती महोत्सव)* *श्रीमद्भगवद्गीता,गौमाता और भारतीय जनमानस की समस्याएं*
Acharya Shilak Ram
जिंदगी मौज है रवानी है खुद की कहानी है l
जिंदगी मौज है रवानी है खुद की कहानी है l
Ranjeet kumar patre
जलता हूं।
जलता हूं।
Rj Anand Prajapati
पुछ रहा भीतर का अंतर्द्वंद
पुछ रहा भीतर का अंतर्द्वंद
©️ दामिनी नारायण सिंह
- विचित्र सी दुनिया -
- विचित्र सी दुनिया -
bharat gehlot
बेटियां
बेटियां
Phool gufran
पलायन (जर्जर मकानों की व्यथा)
पलायन (जर्जर मकानों की व्यथा)
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
शराब की वज़ह से
शराब की वज़ह से
Shekhar Chandra Mitra
ज़िंदगी देती है
ज़िंदगी देती है
Dr fauzia Naseem shad
जब टूटा था सपना
जब टूटा था सपना
Paras Nath Jha
फ्लेशबैक
फ्लेशबैक
meenu yadav
"जब तुम होते पास"
Dr. Kishan tandon kranti
4368.*पूर्णिका*
4368.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
महका है आंगन
महका है आंगन
surenderpal vaidya
कल्कि प्रिय- स्रोत नदी
कल्कि प्रिय- स्रोत नदी
गुमनाम 'बाबा'
..
..
*प्रणय प्रभात*
Loading...