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19 Nov 2024 · 1 min read

संदेश

इतिहास को क्यों कुरेदते हो ,
वर्तमान पर ध्यान दो !
वर्तमान अगर बिगड़ गया तो
भविष्य कैसे संभलेगा ?

व्यर्थ के तर्क में समय नष्ट करने से
कुछ न मिलेगा !
अहं की तुष्टि भी न होगी व्यर्थ का
वैमनस्य उत्पंन होगा !

समय का सदुपयोग रचनात्मक
कार्य कलापों में करो !
परिश्रम का महत्व समझो !
व्यावहारिक ज्ञान अर्जित करो !

सतत् परिश्रमी संकटो से जूझते
कर्मवीरों को ही सफलता मिलती है ,

भाग्य के भरोसे बैठे , समय हाथ से गवां बैठे ,
अकर्मण्यों को निराशा ही हाथ लगती है।

Language: Hindi
1 Like · 40 Views
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