यदि आपके पास नकारात्मक प्रकृति और प्रवृत्ति के लोग हैं तो उन
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
एक मौन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
- तुम ही मेरे जीने की वजह -
"दयानत" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
°°आमार साद ना मिटिलो.....??
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
Everyone enjoys being acknowledged and appreciated. Sometime
शरीर को जिसने प्राण दिए बस उसी की जय कीजिए
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Sometimes we say sorry because we deserve peace of mind and
हमेशा के लिए कुछ भी नहीं है