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3 Dec 2024 · 1 min read

हर ज़ुल्म सितम की अब दीवार गिरा दो तुम,

हर ज़ुल्म सितम की अब दीवार गिरा दो तुम,
कमज़ोर न बनने दो , हथियार उठा लो तुम ,
कमज़र्फ बने मर्दों के ,सर को झुका दो तुम,
बेटी के मुक़द्दर को, लिल्लाह बचा लो तुम ।
✍️नील रूहानी

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