"आदमी "
“आदमी ”
आज का आदमी
हर आदमी से
कन्नी काट कर
पल-पल कट रहा,
इसलिए ही तो
उसका दम घूँटकर
हिस्सों में बँट रहा।
“आदमी ”
आज का आदमी
हर आदमी से
कन्नी काट कर
पल-पल कट रहा,
इसलिए ही तो
उसका दम घूँटकर
हिस्सों में बँट रहा।