Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#24 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
293 Followers
Follow
Report this post
22 Oct 2024 · 1 min read
“भीड़ से अलग चल”
“भीड़ से अलग चल”
बन कर भीड़ का हिस्सा करोगे भी क्या,
कुछ करना ही है तो भीड़ से अलग चल।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
3 Comments
· 58 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
..
*प्रणय*
Hasta hai Chehra, Dil Rota bahut h
Kumar lalit
रातों की तन्हाई में
इशरत हिदायत ख़ान
नकाब खुशी का
Namita Gupta
जब कभी मैं मकान से निकला
सुशील भारती
कितनी लाज़वाब थी प्रस्तुति तेरी...
Ajit Kumar "Karn"
बड़ी अजब है प्रीत की,
sushil sarna
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
सत्य कुमार प्रेमी
"मगर"
Dr. Kishan tandon kranti
खुलकर जी लो जिंदगी एक बार मिली है प्यारे..
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
Please Help Me...
Srishty Bansal
ह्रदय की स्थिति की
Dr fauzia Naseem shad
*कहा चैत से फागुन ने, नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन (गीत)*
Ravi Prakash
3775.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बेफिक्र तेरे पहलू पे उतर आया हूं मैं, अब तेरी मर्जी....
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
Ranjeet kumar patre
" Fitness Festival💪💪 ,,
Ladduu1023 ladduuuuu
Gujarati Urmikavya & Gujarati kavita, poetry of famous poets | Rekhtagujarati
Gujarati literature
नाकाम मुहब्बत
Shekhar Chandra Mitra
हम भी तो देखे
हिमांशु Kulshrestha
पधारो मेरे राम बन्ना, पधारो सा….
सुनीता महेन्द्रू
14) “जीवन में योग”
Sapna Arora
यही जिंदगानी है
पूर्वार्थ
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
gurudeenverma198
मोदी को सुझाव
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
Manju Singh
हंसते-हंसाते
ललकार भारद्वाज
बनकर हवा का झोंका तेरे शहर में आऊंगा एक दिन,
डी. के. निवातिया
कैसा फसाना है
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...