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14 Oct 2024 · 1 min read

4639.*पूर्णिका*

4639.*पूर्णिका*
🌷 देर से सही हामी भर रहे 🌷
212 1222 212
देर से सही हामी भर रहे ।
देख प्यार बादामी कर रहे।।
रोज नाज नखरे करते यहाँ ।
आज सजन अनुगामी कर रहे ।।
चांद भी चमकते मस्त चांदनी।
थाम दामन गुलामी कर रहे ।।
बस चले मुठ्ठी बांधे आदमी ।
नेक साजन सलामी कर रहे ।।
हो मुस्कान खेदू हरदम यहाँ ।
इंतज़ार आगामी कर रहे ।।
……….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
14-10-2024 सोमवार

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