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2 Mar 2024 · 1 min read

ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।

ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
तुझसे मिलने का यूंही हरपल में इंतज़ार करु ।
दुआ है मेरी तू भीड़ में भी जब मिले मुझको।
बस तू सामने बैठा रहे और मैं तेरा दीदार करु।
Phool gufran

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