Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2024 · 1 min read

*”माँ कात्यायनी’*

“माँ कात्यायनी’

बुराइयों का शमन करती ,वीर योद्धा देवी जगत को परम सुख दायिनी।
ऋषि कात्यायन ने पार्वती उपासना कर,
चैत्र शुक्ल षष्ठी माँ कात्यायनी पुत्री रूप प्रदायिनी।

अनुपम आलौकिक स्वर्णिम आभा मुख मंडल ,
रत्नाभूषण शोभित लाल वस्त्र धारिणी।
कृष्ण को पति रूप पाने ब्रजमंडल की गोपियाँ अधिष्ठात्री देवी पूजन करती सुखदायिनी।

अभय मुद्राओं में चार भुजाओं वाली ,
हस्त कमल पुष्प पद्मवासिनी।
गोधूली बेला में करे आराधना ,
आज्ञा चक्र साधना अंतर्मन शक्ति संचारिणी।
धूप दीप नैवेध पान सुपाड़ी ध्वजा नारियल ,
लाल चुनरिया गुड़हल पुष्प सोलह श्रृंगार सिंहवाहिनी।

रोग शोक संताप हरती ,महिषासुर
मर्दनी असुर संहार जग तारिणी।
क्रोधाग्नि रौद्र रूप धारण कर ,दैत्यों का संहार वधकारिणी।
मस्तक पे अर्ध चन्द्रकांति मुकुट शोभित अर्धनारीश्वर शिव शक्ति वरदायिनी।

शशिकला व्यास शिल्पी✍️✨🌟🌹🚩🙏

68 Views

You may also like these posts

मोड़   आते   रहे   कहानी   में
मोड़ आते रहे कहानी में
Dr Archana Gupta
नृत्य से बड़ा कोई योग नही।
नृत्य से बड़ा कोई योग नही।
Rj Anand Prajapati
"नित खैर मंगा सोणया" गीत से "सोणया" शब्द का न हटना साबित करत
*प्रणय*
सात रंग के घोड़े (समीक्षा)
सात रंग के घोड़े (समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मैं तुझसे बेज़ार बहुत
मैं तुझसे बेज़ार बहुत
Shweta Soni
दर्द देकर मौहब्बत में मुस्कुराता है कोई।
दर्द देकर मौहब्बत में मुस्कुराता है कोई।
Phool gufran
पहला पहला प्यार
पहला पहला प्यार
Rekha khichi
प्रेरणा
प्रेरणा
Shyam Sundar Subramanian
महाकुंभ भजन अरविंद भारद्वाज
महाकुंभ भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
*********** एक मुक्तक *************
*********** एक मुक्तक *************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"प्रेम कर तू"
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्ते में पारदर्शिता इतनी हो कि
रिश्ते में पारदर्शिता इतनी हो कि
Ranjeet kumar patre
मेरी खामोशी
मेरी खामोशी
Sudhir srivastava
- तेरे बिना भी क्या जीना -
- तेरे बिना भी क्या जीना -
bharat gehlot
रंग जाओ
रंग जाओ
Raju Gajbhiye
4648.*पूर्णिका*
4648.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ख़ामोश इन निगाहों में
ख़ामोश इन निगाहों में
Dr fauzia Naseem shad
सतर्क पाठ प्रेमचंद का
सतर्क पाठ प्रेमचंद का
Dr MusafiR BaithA
*कुछ भी नया नहीं*
*कुछ भी नया नहीं*
Acharya Shilak Ram
राम कृपा (घनाक्षरी छंद)
राम कृपा (घनाक्षरी छंद)
guru saxena
🌷🌷  *
🌷🌷 *"स्कंदमाता"*🌷🌷
Shashi kala vyas
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
You'll never truly understand
You'll never truly understand
पूर्वार्थ
रंग कैसे कैसे
रंग कैसे कैसे
Preeti Sharma Aseem
13. *फरेबी दुनिया*
13. *फरेबी दुनिया*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
*क्षीर सागर (बाल कविता)*
*क्षीर सागर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
केवल दिन, सप्ताह,महीने और साल बदलने से कुछ नही होने वाला आपक
केवल दिन, सप्ताह,महीने और साल बदलने से कुछ नही होने वाला आपक
Rj Anand Prajapati
संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है
संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
हमारा दिल।
हमारा दिल।
Taj Mohammad
कौशल कविता का - कविता
कौशल कविता का - कविता
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...