आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
इस मक़ाम पे बदल ना जाना मेरे दोस्त!
लइका ल लगव नही जवान तै खाले मलाई
तन मन धन निर्मल रहे, जीवन में रहे उजास
मर्यादा, संघर्ष और ईमानदारी,
समय ही अहंकार को पैदा करता है और समय ही अहंकार को खत्म करता
Two Different Genders, Two Different Bodies, And A Single Soul.
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)