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16 Sep 2024 · 1 min read

” सच्चाई “

” सच्चाई ”
दर्द खुशनसीब है
दौलत बदनसीब है
दर्द पाकर इंसान
अपनों को याद करता है
दौलत पाकर इंसान
अपनों को भूल जाता है।

2 Likes · 2 Comments · 200 Views
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