Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

घर :

घर :

अच्छा है या बुरा है
जैसा भी है
मगर
ये घर मेरा है
इस घर का हर सवेरा
सिर्फ और सिर्फ
मेरा है

मैं
दिन रात
इसकी दीवारों से बातें करता हूँ
मेरे हर दर्द को
ये पहचानती हैं
मैं
कौन हूँ
ये अच्छी तरह जानती हैं

धूप
हर रोज
इन दीवारों को धो देती है
दीवारों पर टंगे अतीतों पर
रो देती है
कल भी कहते थे
ये आज भी कहते हैं
ये घर उनका का है
दीवारों पर उनकी यादों का डेरा है
क्या हुआ
जो मैं भी कल अतीत हो जाऊँगा
फिर भी
इन दीवारों का हमजोली कहलाऊंगा
मैं इन्हें छोड़ कर
भला कैसे जाऊंगा
मैं आज भी कहता हूँ
मैं कल कहूंगा
वर्तमान के गर्भ में
काल से लिपटा कल का डेरा है
और ये कल
न तेरा है न मेरा है
मगर सच तो ये है दोस्तो
जैसा भी है
ये हसीं घर
मेरा है

सुशील सरना

77 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Godambari Negi
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
*प्रणय प्रभात*
हमारा चंद्रयान
हमारा चंद्रयान
अरशद रसूल बदायूंनी
आज कल के दौर के लोग किसी एक इंसान , परिवार या  रिश्ते को इतन
आज कल के दौर के लोग किसी एक इंसान , परिवार या रिश्ते को इतन
पूर्वार्थ
जन्मभूमि
जन्मभूमि
Rahul Singh
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
sp 82नेताजी सुभाष चंद्र बोस
sp 82नेताजी सुभाष चंद्र बोस
Manoj Shrivastava
सरिता मंजिल
सरिता मंजिल
C S Santoshi
वो मेरी कविता
वो मेरी कविता
Dr.Priya Soni Khare
.........
.........
शेखर सिंह
अनजान राहों का सफर
अनजान राहों का सफर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
डॉक्टर रागिनी
मेखला धार
मेखला धार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मरने पर भी दुष्ट व्यक्ति अपयश ही पाते
मरने पर भी दुष्ट व्यक्ति अपयश ही पाते
अवध किशोर 'अवधू'
जब तक साथ है एक दूसरे की कद्र कीजिए पति-पत्नी नहीं है जो जीव
जब तक साथ है एक दूसरे की कद्र कीजिए पति-पत्नी नहीं है जो जीव
Ranjeet kumar patre
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
Manisha Manjari
मत (वोट)की महत्ता
मत (वोट)की महत्ता
Rajesh Kumar Kaurav
नसीब को मैंने उस दिन से मानना छोड़ दिया था जिस दिन से उसने म
नसीब को मैंने उस दिन से मानना छोड़ दिया था जिस दिन से उसने म
पूर्वार्थ देव
"किसी ने सच ही कहा है"
Ajit Kumar "Karn"
व्यर्थ है मेरे वो सारे श्रृंगार,
व्यर्थ है मेरे वो सारे श्रृंगार,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अपनी नजरों से आज़ाद कर मुझे
अपनी नजरों से आज़ाद कर मुझे
Harinarayan Tanha
नए मुहावरे में बुरी औरत / मुसाफिर बैठा
नए मुहावरे में बुरी औरत / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
बुंदेली दोहा- पलका (पलंग)
बुंदेली दोहा- पलका (पलंग)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"फिरकापरस्ती"
Dr. Kishan tandon kranti
सफल सारथी  अश्व की,
सफल सारथी अश्व की,
sushil sarna
मैं नहीं कहती कि तुम अच्छे हो !
मैं नहीं कहती कि तुम अच्छे हो !
Jyoti Pathak
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Rambali Mishra
Loading...