जीवन : एक अद्वितीय यात्रा
जिन्दगांणी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अज्ञात है हम भी अज्ञात हो तुम भी...!
थिक मिथिला के यैह अभिधान,
*आठ माह की अद्वी प्यारी (बाल कविता)*
“In our darkest moments, we don’t need advice.”
कामयाबी के दरवाजे उन्हीं के लिए खुलते है
मैंने मोहब्बत को बड़ी ही शिद्दत से निभाया
गांव की गौरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मौसम तो सर्दी का इश्क के शोले भड़क रहे है
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
जमीनी स्तर पर बदहाली बहुत है
काल: सत्यं वदति "अर्थात" समय आपको सत्य से अवगत करा ही देता ह