गिरिधारी छंद विधान (सउदाहरण )
#धोती (मैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
लड़कियांँ इतनी सुंदर भी होती हैं
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
शोक-काव्य
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
आप किसी के बुरे बर्ताव से दुखी है तो इसका मतलब वो लोगो का शो
तेवरी’ प्रेमालाप नहीं + आदित्य श्रीवास्तव
जै मातादी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
श्रंगार लिखा ना जाता है।।
बेशक उस शहर में हम अनजान बन के आए थे ।
आधार छन्द- "सीता" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगा (15 वर्ण) पिंगल सूत्र- र त म य र