Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2024 · 1 min read

दू मै बता

दू मै बता या रखू छुपा
जो हाल बना हर साल रहा
इसी अजब की बातों से
मै जीत रहा मै सिख रहा।

हाँ बोलकर सभी जगह
बाद मे पछतावा होता था
पर नही बोलकर देखा जब
तब चैन से रात मे सो पाता हू।

किसी से मन अगर लगाया
तो सही-सही जीवन चलता हैं
अगर उसका मन भर जाए तो
छुपकर के रोना पड़ता हैं।

कई बिमारियाँ घूम रही हैं
फिर नई बीमारी क्यों पाले
इस समाज मे चलना हैं तो
कान बंद कर चले आगे।

अपनो से गलत बर्ताव मिले तो
एक पल भी रुका ना जाता हैं
तब दिल भी रोता खुलकर हैं
पर आँसू आँख से आता है।

लक्ष्य भरे इस जीवन मे
दुःख-दर्द बहुत ही आते हैं
सहन करे जो बहादुरी से
वही महान योद्धा कहलाता हैं।

बचपन से जवानी आ गयी
इसमे कई मोड़ आए हैं
अपने ऊपर हर बात लिया
तब जीवन खुशहाल बना पाएँ हैं।

जवानी मे पैर ना स्थिर होते
इधर-उधर फिसल ये जाते है
ध्यान लगाया सही जगह तब
ध्यान,ध्यान मे आता हैं।।

Language: Hindi
1 Like · 119 Views

You may also like these posts

"कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
जिसे चाहा था खुद से भी जादा उसी को पा ना सका ।
जिसे चाहा था खुद से भी जादा उसी को पा ना सका ।
Nitesh Chauhan
गीत
गीत
Mahendra Narayan
*माता हीराबेन (कुंडलिया)*
*माता हीराबेन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
हे अजन्मा,तेरा कैसे जन्म होगा
Keshav kishor Kumar
सेवा कार्य
सेवा कार्य
Mukesh Kumar Rishi Verma
एक खाली बर्तन,
एक खाली बर्तन,
नेताम आर सी
4259.💐 *पूर्णिका* 💐
4259.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मन भारी है
मन भारी है
Ruchika Rai
गजानंद जी
गजानंद जी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
पर्वत के जैसी हो गई है पीर  आदमी की
पर्वत के जैसी हो गई है पीर आदमी की
Manju sagar
उलझनें रूकती नहीं,
उलझनें रूकती नहीं,
Sunil Maheshwari
सोचा था तुम तो-------------
सोचा था तुम तो-------------
gurudeenverma198
ज़िंदगी इसमें
ज़िंदगी इसमें
Dr fauzia Naseem shad
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
बदलना न चाहने वाले को आप कभी बदल नहीं सकते ठीक उसी तरह जैसे
पूर्वार्थ
अपना रस्ता खुद बना सको
अपना रस्ता खुद बना सको
rubichetanshukla 781
# विचार
# विचार
DrLakshman Jha Parimal
निवास
निवास
Rambali Mishra
ग़ज़ल-अपनी ही एक ख़ुमारी है !
ग़ज़ल-अपनी ही एक ख़ुमारी है !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
लौह पुरुष
लौह पुरुष
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*मैं भी कवि*
*मैं भी कवि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
होता है हर किसी को किसी बीती बात का मलाल,
होता है हर किसी को किसी बीती बात का मलाल,
Ajit Kumar "Karn"
हर दिल में एक रावण
हर दिल में एक रावण
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ब्रह्म तत्व है या पदार्थ या फिर दोनों..?
ब्रह्म तत्व है या पदार्थ या फिर दोनों..?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
:====:इंसान की अकड़:====:
:====:इंसान की अकड़:====:
Prabhudayal Raniwal
जाने क्यों भाता नहीं,
जाने क्यों भाता नहीं,
sushil sarna
गांधीजी का भारत
गांधीजी का भारत
विजय कुमार अग्रवाल
!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
कविता बिन जीवन सूना
कविता बिन जीवन सूना
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...