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10 May 2024 · 1 min read

सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत

सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यता में साथ निभाते हैं! नेत्र हमें केवल दृष्टि प्रदान करते हैं परंतु हम कब किसमें क्या देखते हैं ये हमारी भावनाओं पर निर्भर करता है… 🙏🪷🏃🏻मतदान अवश्य करे। जो भूतकाल की गलतियो को इतने प्यार से ठीक करने का सामर्थ्य रखता है, तो कल्पना करो वो आपके भविष्य को कितने अच्छे प्रकार से संवारने का सामर्थ्य रखता होगा, बस उस पर विश्वास करे और उसके कंधे से कंधा मिलाकर चले। मतभेद किसी के भी साथ हो सकते है हमारे आपसी मतभेद देश धर्म से बड़े नही हो सकते। सुप्रभात, नमस्कार, वंदेमातरम् … भारत माता की जय, जय हिंद 🫡🪷🚭‼️

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