कमल
हमने उनसे कहा…
चारो तरफ कल कल है !
भ्रष्टाचार का अथाह दल दल है !!
फिर भी आप राम राज्य
लाने का शोर कर रहे है !
कमल खिलाने की बात
कहकर बोर कर रहे है !!
वे झट बोले…
माना चारो तरफ
भ्रष्टाचार का दल दल है !
हर तरफ इसकी हल चल है !!
पर दल दल होना जरूरी है !
क्योंकि इस चुनाव में
कमल खिलना जरूरी है !!
• विशाल शुक्ल