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27 Jul 2024 · 1 min read

बुंदेली दोहा- तिगैला

#अप्रतियोगी_दोहा

बुंदेली दोहा- #तिगैला

जितै तिगैला जब मिलै,#राना कर ठहराव।
दुर्घटना भी नँइँ घटै,अपनौ करौ बचाव।।

वाहन दौरत आजकल ,#राना सूँटै जात।
नँईं तिगैला देखतइ ,आपस में टकरात।।

मिलै तिगैला अब जितै,#राना है आदेश।
धीमी गति का राखियौ,चलने का परिवेश।।

चाय पान गुमटी खुली,जितै तिगैला हौंय।
#राना उत सब बैठकें,सुखड़ा-दुखडा रौंय।।

हलचल #राना अब रयै,मिले खूब अब दोड़़।
चउवर दिखतइ आदमी,जितै तिगैला मोड़।।

#हास्य_दोहा

धना कहै #राना सुनो,अबइँ तिगैला जावँ।
दद्दा पिटिया लयँ खड़े,उनै लिवा कै आवँ।।
***दिनांक-27-7-2024
✍️ #राजीव_नामदेव”#राना_लिधौरी”
संपादक “#आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘#अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष #वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

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