अहंकारी प्रवृत्ति के व्यक्तियों को मैं कभी भी अपना नहीं सकता

अहंकारी प्रवृत्ति के व्यक्तियों को मैं कभी भी अपना नहीं सकता किसी को यदि अपने शिक्षा पर अहंकार हो जाए तो उससे बड़ा कोई भी अज्ञानी नहीं हो सकता खूबसूरती पर जिसको अहंकार हो उससे बड़ा कोई कुरूप भी नहीं हो सकता किसी के प्रति जब मन में वीभत्सना पैदा होती है तो उसके सारे गुण अवगुण में तब्दील हो जाते है वही पर किसी के प्रति दिल में प्रेम का जन्म होने पर उसके सारे दोष गुणों में बदल जाते है।
Rj Anand Prajapati