आज का इन्सान हर *पहर* मर रहा है ।।
आज का इन्सान हर पहर मर रहा है ।।
कहने को सांसे आती जाती है’ ‘
लकिन शक्स खुदा के कहर से मर रहा है ।।
आज का इन्सान हर पहर मर रहा है ।।
कहने को सांसे आती जाती है’ ‘
लकिन शक्स खुदा के कहर से मर रहा है ।।