।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
#नयी गाथा
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
प्रेम और करुणा: समझ और अंतर। ~ रविकेश झा।
होती नहीं अराधना, सोए सोए यार।
मैं नारी, सर्वशक्तिशाली हूँ।
*झूठी शान चौगुनी जग को, दिखलाते हैं शादी में (हिंदी गजल/व्यं
कभी कहा न किसी से तिरे फ़साने को
"Recovery isn’t perfect. it can be thinking you’re healed fo
बना कावड पिताजी मैं तुम्हें