Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2024 · 1 min read

कभी हमसे पुछिए

वो दिन, वो मंजर हमसे पूछिए,,
वो सुखा किनारा, वो प्यासा समंदर हमसे पूछिए,,

पूछिए हमसे…
वो घड़ी,वो बात!
वो वक्त,वो जज़बात!!

वो रास्ता, वो सफ़र
वो शाम, वो लहर
हमसे पूछिए!!

वो गली, वो लड़की..
वो…
लकड़ी वाली खिड़की!!

इक झलक की आस!
वो..
बादल की प्यास..
वो सावन की हुंकार
वो प्रीत कि फुहार
मिट्टी कि महक
वो कदम्ब की सुगंध!!
ज़रा हमसे पूछिए!

पुछिए ज़रा!
रात की गहराई,
सपनो की उंचाई..
मुंतशिर कहानी,
ये जीवन की बीरानी..
ये सब हमसे पूछिए।।

पुछिए!

पुछिए..
वो शाम, वो कत्ल, वो मंजर
जिंदगी, लहू और खंजर!

पुछिए!
कुछ पल की कहानी
कोई एक राजा था!!
थी कोई एक रानी..

चलो फिर!
बहुत हुआ..
ये राजा, जिंदगी और रानी,
क्यूं ना हम यहीं पर रोक दें कहानी!!

कभी फुर्सत से अगर!
फुर्सत मिले,
तो पूछिएगा जरूर,,
ये कहानी !!

वो कौन था राजा?
कौन थी रानी?
सच में क्या थी कहानी?

पुछिएगा हमसे!
पुछिएगा!!

• विवेक शाश्वत ✍️

144 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"सच्चा मनुष्य वह है जो सदाचार का पालन करते हुए निष्काम भाव
Madhu Gupta "अपराजिता"
अश'आर
अश'आर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
आत्मीय रिश्तों की ताकत
आत्मीय रिश्तों की ताकत
Sudhir srivastava
पधारे दिव्य रघुनंदन, चले आओ चले आओ।
पधारे दिव्य रघुनंदन, चले आओ चले आओ।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
सियासत में आकर।
सियासत में आकर।
Taj Mohammad
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
Ranjeet kumar patre
"एक ख्वाब टुटा था"
Lohit Tamta
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
कालू भैया पेल रहे हैं, वाट्स एप पर ज्ञान
कालू भैया पेल रहे हैं, वाट्स एप पर ज्ञान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Life Changes, and So Do You.
Life Changes, and So Do You.
पूर्वार्थ
अंततः...
अंततः...
हिमांशु Kulshrestha
सृष्टि के कर्ता
सृष्टि के कर्ता
AJAY AMITABH SUMAN
"तलबगार"
Dr. Kishan tandon kranti
मंजिल का रास्ता आएगा।
मंजिल का रास्ता आएगा।
Kuldeep mishra (KD)
बेसुध सी ख्वाहिशों का यह कैसा खुमार है ।
बेसुध सी ख्वाहिशों का यह कैसा खुमार है ।
Dr fauzia Naseem shad
#परिहास
#परिहास
*प्रणय प्रभात*
नज़्म
नज़्म
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नमन ऐ दिव्य मानव
नमन ऐ दिव्य मानव
आकाश महेशपुरी
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
राज वीर शर्मा
रिश्ता-ए–उम्मीद
रिश्ता-ए–उम्मीद
RAMESH SHARMA
नागरिकों के कर्तव्य।
नागरिकों के कर्तव्य।
Priya princess panwar
दूसरो की लाइफ मैं मत घुसा करो अपनी भी लाइफ को रोमांचक होगी।
दूसरो की लाइफ मैं मत घुसा करो अपनी भी लाइफ को रोमांचक होगी।
Iamalpu9492
अंजान बनते हैं वो यूँ जानबूझकर
अंजान बनते हैं वो यूँ जानबूझकर
VINOD CHAUHAN
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
नजरिया
नजरिया
Shekhar Deshmukh
4181💐 *पूर्णिका* 💐
4181💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सदा साथ चलता है  .....
सदा साथ चलता है .....
Sushil Sarna
संघर्षशीलता की दरकार है।
संघर्षशीलता की दरकार है।
Manisha Manjari
प्यारे बादल
प्यारे बादल
विजय कुमार नामदेव
Loading...